हमारे साथ वही होता है जो हम सोचते हैं
आज कोरेना वायरस के कारण पूरे विश्व में हताशा की एक स्थिति बनी हुई है। ऐसे में हम सोशल मीडिया में अलग-अलग खबरों के बारे में सुन रहें हैं। अलग –अलग दार्शनीकों द्वारा की गई भविष्यवाणी के अनुसार लोग सोशल मीडिया में अलग-अलग अवधारणओं को फैला रहें हैं। ऐसे में पहले से डरे हुऐ लोग और भी डर गये हैं। इस समय जरूरी है की लोगों में ऐसी बात का प्रसार हो जिससे उनका आत्मविश्वास बढे और विश्व पे छाये इस व्यापक संकट को कम किया जा सके।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए जितनी जरूरत WHO के निर्देशों के पालन की है उतनी ही जरूरत लोगों में ये जागरूकता फैलाने की है कि बचाव के साथ-साथ आपका आत्मविश्वास आपका सबसे बङा हथियार है इस बीमारी से लङने और ठीक होने का। डॉक्टरों का भी कहना है कि किसी भी दवा का असर हम पर तब ही होता है, जब हमारी खुद की प्रबल इच्छा हो सही होने की। कहा जाता है जो हम सोचते है वो हम बनते है।
इस विश्व संकट की घङी में जरूरी है की हम अपना धैर्य और आत्मविश्वास दोनों को बनाऐ रखें। कोशिश करें की सोशल मीडिया पर भविष्यवाणी जैसी चल रही बातों से दूरी बानाकर रखें। भूत में किसने क्या कहा या भविष्य में क्या होगा इस बात की चिंता में आप वर्तमान को सम्भालने में किसी प्रकार की गलती ना करें। घर में रहें, बचाव के सभी तरीकों को अपनाएं, धैर्य रखें , अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखें और सुरक्षित रहें। याद रखें इस विश्व संकट में आप सभी का धैर्य कोरोना वायरस से लङने का सबसे बङा हथियार है।
Janshruti & Team | nisha nik''ख्याति''
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